
Lahsun ke fayde
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Lahsun ke fayde – लहसुन का पौधा खेती के रूप में बोया जाता है। इसका फल जमीन के अन्दर और ऊपर से हरे रंग का नालीदार लम्बी अन्दर से खोखली नलियां-सी नजर आती हैं।
वादी रोगों को भगाएं-
लहसुन का प्रयोग अधिकतर दाल सब्जियों को छौंका लगाने में ही होता है,
कुछ लोग जो गैस रोग का बुरी तरह से शिकार हैं,
उनकी लहसुन की गठियों की सब्जी बनाकर खिलाई जाए तो कुछ दिनों के सेवन से ही उन्हें गैस रोग से मुक्ति मिलती है।
काली खांसी को भगाएं-
लहसुन की नस्वार को नाक में लेते रहने से काली खांसी दूर हो जाती है।
नमोनिया और श्वांस रोगों का शत्रु-जिन लोगों को नमोनिया हो गया हो उन्हें लहसुन का रस निकालकर दो-दो घंटे के पश्चात् आधा चम्मच पिलाते रहें तो रोगी ठीक हो जायेगा।
श्वास रोगियों को इसका रस शहद में मिलाकर देने से लाभ होगा।
लहसुन की पैदावार भारत वर्ष में काफी होती है, इसकी अधिकतर फसल, मई-जून माह में आती है।
लहसुन के पत्ते लम्बे प्याज की भांति नालीदार होते हैं।
जो जमीन से ऊपर ही दिखाई देते हैं, फल धरती के अन्दर रहता है।
- मानव शरीर की रक्षा में लहसुन अति लाभदायक है। इसका नाम घर के वैद्यों की सूची में आता है। कुछ लोग तो इसको गरीबों की कस्तूरी के नाम से भी पुकारते हैं।
- डॉक्टरों के पास चक्कर काटने और अंधा-धुन्ध धन खर्च करके वे वायु रोग से मुक्ति नहीं पा सकते, ऐसे लोगों को मैं यही सलाह दूंगा कि वे दाल, सब्जी में, लहसुन का प्रयोग अधिक करें।
स्वादिष्ट चूर्ण-
- लहसुन को सुखाकर काले नमक और अजवाईन में पीसकर कपड़े से छान लें। फिर हर रोज सुबह उठकर एक चम्मच ताजा पानी के साथ सेवन करते रहें। इससे गैस रोग तो ठीक हो जायेंगे साथ ही पेट की अनेक बीमारियां भी दूर हो जायेंगी। कुछ लोग कच्चे लहसुन को चबाते हैं, जबकि आम आदमी के लिए कठिन होता है, इसलिए इसका प्रयोग दाल, सब्जियों में डालकर ही अधिक किया जाता है।
- लहसुन की तासीर गर्म होती है। जिन लोगों को गर्मी रहती है उन्हें लहसुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- खांसी के रोगी को लहसुन, अदरक का रस निकालकर शहद में मिलाकर रात को सोते समय खिला दें तो वह कुछ ही दिनों में ठीक हो जायेगा। इससे कब्ज का रोग भी जाता रहेगा। चर्म रोगों में दाद-खुजली के रोगी के शरीर पर लहसुन पीसकर लगाने से रोग ठीक हो जाता है।
बाहों का दर्द-
लहसुन, घी और सींठ तथा शुद्ध शहद को बराबर लेकर पहले सोंठ का चूर्ण बनाकर उसको घी में भूनें, फिर लहसुन को पीसकर उसमें मिलायें।
सबके अंत में शहद मिला कर शीशे के बर्तन में रखें और आधे से एक तोला मात्र रोज सेवन करें तो बाहों की पीड़ा चली जायेगी।
कीड़े वाले फोड़े-
जिन फोड़ों में कीड़े पड़ जाएं तो उन पर रोज लहसुन को पीसकर उसकी पट्टी बांधिए, कीड़े साफ हो जायेंगे और फोड़े मिट जायेंगे।
10 दिन बाद साफ कर लें।
कट जाना-
छुरी आदि से यदि शरीर का कोई अंग कट जाए और खून बहने लगे तो उस कटे स्थान पर बर्फ रख दें खून बन्द हो जाएगा।