
मकोय के फायदे और नुकसान
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मकोय के फायदे और नुकसान
इसका पौधा प्राकृतिक रूप से ही पैदा होता है।
इसका कद छोट, पत्ते छोटे, सफेद फूल जिनके नीचे पांच दानेदार पत्तियां होती हैं, फल नरम और बीज वाले होते हैं।
पेशाब रोग-
जिन लोगों को पेशाब रुक-रुक कर आता हो अथवा कम आता हो उनको मकोय का फल खिलाना चाहिए।
बुखार तथा दांत के दर्द के लिए –
मकोय के फलों का रस निकालकर दिन में तीन-चार बार पिलाने से बुखार रोग भागता है, दांतों का दर्द ठीक हो जाता है।
सुजाक रोग को भगाएं-
जो लोग सुजाक रोगी हैं अथवा जिन्हें पेशाब करते समय जलन होती है उन्हें मकोय का रस इसबगोल के छिलके के साथ देने से यह रोग ठीक हो जाता है।
महुआ
इसका काढ़ा बनाकर पीने से शरीर का खून साफ हो जाता है तथा दाद खुजली जैसे रोग ठीक हो जाते हैं।
इसके फल काफी शक्तिवर्धक हैं।
जिन पुरुषों को शारीरिक कमजोरी महसूस होती है, वीर्य पतला हो, उनके लिए इसके फलों का रस दिन में दो बार देना उपयोगी माना गया है।
इसका तेल साबुनों में पड़ता है।
बहेड़ा
हरड़, बहेड़ा, आंवला, जो भी मानव इन तीनों को कूट-पीसकर प्रतिदिन सुबह के समय आधा ग्राम शुद्ध ताजा जल के साथ सेवन करता रहे,
उसके निकट कोई भी रोग नहीं आ सकता, इससे आप बहेड़े के गुणों को जान सकते हैं।
बथुआ
यह सब्जी रंग का छोटा पौधा होता है जो खेती करने पर ही होता है।
पेट रोग ठीक करे, कमजोरी दूर करे –
बथुआ सरसों के साग में मिलाकर खाने से पेट के अनेक दूर होते हैं।
सरसों का साग अपने आप में शक्तिशाली है। बथुआ के मिलने से यह और शक्तिवर्धक हो जाता है।