
Kathal khane ke fayde
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Kathal khane ke fayde –
कटहल
कटहल आमतौर पर सभी घरों में पाया जाता है।
और यह बहुत घना पेड़ के रूप में होता है।
कटहल आमतौर पर गर्मियों के मौसम में मिलता है, कटहल से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं।
इसका प्रयोग पेट रोगों के लिए किया जाता है, कटहल के सेवन से अधिकतर पेट रोग भागते नजर आते हैं।
परवल
यह दो प्रकार का होता है, कड़वा और मीठा, इस पर सफेद रंग के फूल आते हैं, इस पर लाल रंग के फूल आते हैं।
इसकी जड़, कब्ज को दूर करती है, पेट के रोगों को दूर कर अंतड़ियों को साफ करती है।
पीलिय, बुखार को दूर करें –
जो लोग पीलिया बुखार से अधीर हों वे रात को दो ग्राम परबल लेकर पानी में भिगो दें,
सुबह छान कर उसमें शहद मिलाकर पी लें,
इसके दो चार दिन के सेवन से पीलिया बुखार भागता नजर आयेगा।
बैंगन
कुछ सब्जियां ऐसी हैं जिन्हें दस्तरखान की शान कहा जाये तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।
बैंगन का नाम इनमें सबसे ऊपर है।
जगमगाते पांच सितारा होटलों से लेकर सड़क के किनारे स्थित ढाबों तक में बैंगन का बोलबाला है।
सिर्फ भारत में ही नहीं वरन् दुनिया के अनेक देशों में बैंगन बेगुन होता है-
अर्थात् बैंगन में कोई गुण नहीं होता, परन्तु दूसरी तरफ ऐसे लोगों की कमी नहीं, जिनके विचार में बैंगन में बहुत लौह तत्व होते हैं जो शरीर में नये रक्त की रचना करते हैं।
- बैंगन की तासीर गर्म होती है।बैंगन करीब-करीब हर मौसम में उपलब्ध होता है। यह पाचन क्रिया बढ़ाने में सहायक है।
- यदि यकृत बढ़ने की शिकायत हो तो बैंगन के सेवन से आराम मिलता है। इसी तरह अगर तिल्ली बढ़ी हुई हो तो बैंगन की सब्जी के सेवन से वह कुछ दिनों में ही सामान्य स्थिति में पहुंच जाती है।
- चोट के दर्द में बैंगन को भूनकर उसका रस निकाल लें पचास ग्राम अर्क में दस ग्राम गुण मिलाकर प्रतिदिन सुबह और शाम दर्द से पीड़ित व्यक्ति को पिलायें। इससे दर्द में बहुत आराम मिलता है।
- अगर हाथ-पांव में पसीना अधिक आता हो तो बैंगन की लुगदी हाथ-पांव पर लगायें। ऐसा करने से पसीना कम हो जायेगा। बैंगन का इस्तेमाल करके देखें, आप खुद ही पायेंगे कि बैंगन बेगुन तो हरगिज नहीं है। वह तो गुणों की खान है।