चुम्बकीय प्रवृत्ति (Magnetic susceptibility)

चुम्बकीय प्रवृत्ति(Magnetic susceptibility) –

चुम्बकीय प्रवृत्ति –

किसी पदार्थ में उत्पन्न चुंबकीय तीव्रता I और चुंबकन क्षेत्र H के अनुपात को उस पदार्थ की चुंबकीय प्रवृत्ति कहते हैं ।

इसे χ (काई ) से प्रदर्शित करते हैं ।

इस प्रकार चुंबकीय प्रवृत्ति χ = I/H

इसका कोई मात्रक नहीं होता।

यह एक विमाहीन राशि है ।

चुंबकीय प्रवृत्ति किसी पदार्थ का वह गुण है जो हमें यह बतलाता है कि किसी पदार्थ को कितनी आसानी से चुम्बकित किया जा सकता है।

चुंबकन क्षेत्र (Magnetising field)-

जिस चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय पदार्थ को रखने पर वह चुंबकिट हो जाता है, उस चुंबकीय क्षेत्र को चुंबकन क्षेत्र कहते हैं ।

इस क्षेत्र की तीव्रता को H से प्रदर्शित किया जाता है इसका SI मात्रक एंपियर प्रतिमीटर तथा CGS मात्रक ऑर्स्टेड  (Overrated) है ।

1ओर्स्टेड =  80 ऐम्पियर /मीटर

चुंबकीय फ्लक्स घनत्व या चुंबकीय प्रेरण (Magnetic flux density) –

जब किसी चुंबकीय पदार्थ को किसी चुम्बकन क्षेत्र H  में रखा जाता है तो वह पदार्थ भी चुम्बकित हो जाता है।

इस स्थिति में पदार्थ के अंदर दो कारकों से बल रेखाएं उपस्थित रहती हैं –

पहला – पदार्थ के चुम्बकित होने से उसमें उत्पन्न  चुंबकत्व के कारण और

दूसरा – चुंबकन क्षेत्र H के कारण ।

इन दोनों कारणों से पदार्थ के अंदर किसी बिंदु पर परिणामी तीव्रता को चुंबकीय फ्लक्स घनत्व या चुंबकीय प्रेरण कहते हैं।

इसे B से प्रदर्शित करते हैं ।

इसका  SI मात्रक टेसला या वेबर प्रति मीटर 2 या न्यूटन प्रति एंपीयर मीटर है तथा CGS मात्रक गॉस (संंकेेेतG) हैं।

1 टेसला =10 -4 गॉस ।

 चुम्बकन तीव्रता (Intensity of magnetisation) –

चुंबकन क्षेत्र में स्थित किसी चुंबकीय पदार्थ के प्रति एकांक आयतन में प्रेरित चुंबकीय आघूर्ण को चुंबकन तीव्रता कहते हैं ।

इसे I प्रदर्शित करते हैं ।

यदि चुंबकीय पदार्थ का आयतन V तथा उसमें प्रेरित चुंबकीय आघूर्ण M हो , तो

I = M/V

यदि चुम्बकीय पदार्थ की लंबाई L ,अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल A तथा ध्रुव प्राबल्य m हो , तो

I = m×L / L×A = m/A

इसका मात्रक ऐम्पियर प्रति मीटर है ।

अतः किसी पदार्थ की चुम्बकन तीव्रता उस पदार्थ के प्रति एकांक क्षेत्रफल में उत्पन्न ध्रुव प्राबल्य के बराबर होता है।

यह राशि किसी पदार्थ को चुंबकन क्षेत्र में रखने पर उसमें उत्पन्न चुंबकन की मात्रा को व्यक्त करती है।

 निरपेक्ष चुंबकनशीलता (Absolute permeability) –

किसी पदार्थ को चुंबकन क्षेत्र में रखने रखे जाने पर चुंबकीय फ्लक्स घनत्व B और चुंबकन क्षेत्र H के अनुपात को उस पदार्थ की निरपेक्ष चुंबकशीलता कहते हैं ।

इसे μ प्रदर्शित करते हैं।

सूत्र के रूप में , μ = B / H

इसका  SI मात्रक टेसला मीटर प्रति एंपियर है ।

चुम्बकशीलता या पारगम्यता वह गुण होते हैं जो पदार्थ से गुजरने  वाली बल रेखाओं की संख्या को निर्धारित करता है।

यदि किसी पदार्थ की चुंबकत्शीलता या पारगम्यता अधिक है तो उससे होकर अधिक बल रेखाएं गुुजरेंगी।

आपेक्षिक चुंबकशीलता (Relative permeability) –

किसी पदार्थ की निरपेक्ष चुंबकत्व शीलता μ और निर्वात की चुम्बकशीलता μके अनुपात को उस पदार्थ की आपेक्षिक चुंबकशीलता कहते हैं ।

इस प्रकार μ =  μ / μ0

Magnetic susceptibility and permeability

educationallof
Author: educationallof

FacebookTwitterWhatsAppTelegramPinterestEmailLinkedInShare
FacebookTwitterWhatsAppTelegramPinterestEmailLinkedInShare
error: Content is protected !!
Exit mobile version