
Malkangni kya hota hai
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Malkangni kya hota hai – मालकंगनी , यह बेलनुमा बूटी होती है, जिसकी छाल पीली तथा रेशेदार होती है, पत्तों की लम्बाई चार इंच और चौड़ाई एक इंच होती है।
मालकंगनी के फायदे तो बहुत है लेकिन यहां पर हम कुछ ही फायदों के बारे में बात करेंगे जैसे –
गठिया कुष्ठ रोगों को भगाएं –
इसके बीजों को पीसकर गौमूत्र में रगड़ कर कुष्ठ रोगी के जख्मों पर लगाएं तो कुछ दिनों में जख्म ठीक होने लगते हैं।
खांसी बुखार –
इन रोगों में मालकंगनी के पत्तों और दाल का रस सुबह-शाम दो-दो चम्मच पिलाने से आराम आता है।
मालकंगनी के बीजों की पुलटस बना कर नासूरों पर बांधी जाए तो इन्सान रोग मुक्त हो जाता है।
मुमीरा क्या होता हैं ?
मुमीरा एक बहुत लोकप्रिय औषधि मोनी जाती है, परन्तु इसकी असली पहचान अभी तक नहीं हो पायी है, कोई भी आदमी दावे से इस बात को नहीं कह सकता कि यह असली मुमीरा है।
असली मुमीरे की जड़ ऊपर से काली और अन्दर से पीली होती है और असली मुमीरे के पत्ते कड़वे होते हैं।
इसकी जड़ के अन्दर एक प्रकार का विशेष तत्व होता है, जो नेत्र रोगों के लिए काफी लाभकारी माना जाता है।
हमारे देश में तो यह भी बात प्रसिद्ध है कि मुमीरे की एक सलायी आंखों के हर रोग को दूर कर देती है।