
Benefits of banslochan
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Benefits of banslochan – बंशलोचन को अंग्रेजी में Tabasheer कहा जाता है और इसका वैज्ञानिक नाम बैम्बुसा अरुंडिनेशिया है।
गुणकारी बंशलोचन भारत में आम पाया जाता है, यह भी प्राकृतिक रूप से पैदा होने वाली बूटी है।
बंशलोचन के फायदे तो बहुत है लेकिन यहां पर हम इसके कुछ विशेष फायदों के बारे में एक-एक करके जानने का प्रयास करेंगे –
श्वांस रोगियों के लिए –
श्वांस रोगियों के लिए बंशलोचन का बना चूर्ण बहुत लाभदेय है।
क्षय रोगियों के लिए –
क्षय रोगियों को इसका चूर्ण सुबह के समय गाय के दूध के साथ देने से लाभ होता है।
मिट्टी खाने की आदत को दूर करें –
जिन बच्चों को बचपन में मिट्टी खाने का शौक होता है उनके लिए वंशलोचन बहुत फायदेमंद है ।
हड्डियों को मजबूत करने में –
वंशलोचन बच्चों बूढ़े और जवानों सभी के लिए फायदेमंद है। इसमें उपस्थित गुण हड्डियों को मजबूत करने के लिए लाभकारी होता है।
गठिया रोगों के लिए –
जिन लोगों को गठिया रोगक की शिकायत रहती है उन्हें बंशलोचन का इस्तेमाल अवश्य ही करना चाहिए ।
कैल्शियम की कमी को दूर करें –
जिन लोगों के शरीर में हमेशा कैल्शियम की कमी बनी रहती हैं उनको वंशलोचन का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए ।
वाबची के फायदे
वाबची को अंग्रेजी में Bakuchi कहा जाता है और इसका वैज्ञानिक नाम Psoralea Corylifolia हैं। इसे Cullen Corylifolia के नाम से भी जाना जाता है।
भारत में यह पौधा आम पाया जाता है, तासीर के हिसाब से यह गर्म और दशक है।
चर्म रोगों के लिए –
वाबची के बीच चर्म रोगों के लिए वरदान से कम नहीं।
बुखार का इलाज –
साधारण बुखार में इसका इस रोगी को पिलाया जाए। उसे खूब पसीना आता है, जिसके पश्चात् बुखार उतर जाता है।