
Sahjan ke fayde
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Sahjan ke fayde – सहजन को “मोरिंगा (Moringa)” भी कहा जाता है और कहीं कहीं सहजन को “मुन्गा” भी कहते हैं।
सहजन का अंग्रेजी नाम “Drumstick” है।
इसका एक पेड़ होता है, जो बहुत ही लोकप्रिय है। मोरिंगा हर गांव गांव में पाया जाता है। मोरिंगा भारत में सभी जगह आसानी से प्राप्त होने वाली सबसे है।
मोरिंगा की तरह-तरह की डिशेस बनाई जाती है । जैसे – मोरिंगा की सूप , मोरिंगा के पराठे, आज भी बहुत कुछ बनाया जाता है ।
गठिया को दूर भगाए –
गठिया रोगों में यह बहुत लाभ देता है।
सहिजन के बीजों को कूटकर उसका तेल निकाल लें और फिर उस तेल को गठिया रोग के जोड़ों पर मलें तो उसके जोड़ों का दर्द ठीक हो जायेगा,
जोड़ों के सारे कष्ट इस तेल के लगाने से दूर हो जाते हैं।
मिरगी तथा हिस्टीरिया के रोग का उपचार –
सहजन की जड़ और बीजों को मिलाकर इनका चूर्ण तैयार कर लें,
इस चूर्ण को सुबह –
शाम मिरगी, हिस्टीरिया, फालिस और पुराने गठिया रोगियों सेवन करवाने से लाभ होता है।
पथरी रोग को भी भगाए-
पथरी के लिए अक्सर डाक्टर लोग आपरेशन की ही सलाह देते हैं। लेकिन सहजन भी कोई कम औषधि नहीं है।
मधुमेह रोगियों के लिए –
सहजन के पत्तों का प्रयोग करने से मधुमेह की स्थिति में सुधार होता है।
मोरिंगा में उपस्थित विटामिन –
सहजन में उपस्थित विटामिन ए, सी, ई, हमारी त्वचा को और बालों को मजबूत बनाने के लिए फायदेमंद होता है।
मोरिंगा के पत्तों के कुछ दिन के प्रयोग से ही हमारी त्वचा खिले खिले और बाल मजबूत और घने होना शुरू हो जाते हैं।
सहजन के नुकसान –
साजन के पत्तों का आवश्यकता से अधिक मात्रा में प्रयोग करने से आपको पाचन संबंधी समस्या हो सकती है।
अतः आप इसका प्रयोग सीमित मात्रा में ही करें।
महिलाओं के लिए –
मोरिंगा का प्रयोग करने से महिलाओं के गर्भाशय को स्वस्थ करने के लिए मददगार साबित होती हैं।