
लाजवंती के फायदे
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लाजवंती के फायदे – लाजवंती को अंग्रेजी में ‘Mimosa pudica’ कहते हैं। Mimosa pudica एक वैज्ञानिक नाम है। लाजवंती का सामान्य नाम ‘touch me not plant’ हैं।
इसे आमतौर पर छुई मुई का पौधा भी कहा जाता है।
छुईमुई का पौधा सामान तौर पर गांव में या हमारे आसपास देखने को मिलता है।
यह कोई दुर्लभ पौधा नहीं है।
छुईमुई का पौधा सड़क के किनारे या किसी के घर पर भी आमतौर पर देखने को मिलता है।
लाजवंती के प्रकार
लाजवन्ती तीन प्रकार की होती है।
पहला प्रकार –
इसके पत्ते बबूल के पत्तों जैसे होते हैं, कद 1/4 मीटर से आधे मीटर तक होता है।
दूसरा प्रकार –
इसके पत्तों पर हल्के-हल्के सफेद रंग के कांटे होते है। इस पर लाल रंग के फूल आते हैं।
इसका पौधा ऊंचा नहीं बल्कि धरती पर फैला रहता है, यह अधिकतर पानी के किनारे ही होता है।
तीसरा प्रकार –
तीसरी किस्म की लाजवन्ती का पौधा 3 मीटर तक लम्बा होता है। फूलों का रंग पीला होता है।
उपयोग
लाजवंती या छुईमुई पौधे के अनेको उपयोग है यहां पर हम लाजवंती के सामान्य प्रयोग के बारे में बात करेंगे –
पेशाब तथा पथरी –
लाजवन्ती के पत्तों का काढ़ा पीने से पेशाब के सब रोग ठीक हो जाते हैं,
तथा जिनके गुर्दे में पथरी होती है, इससे पथरी घुलकर बाहर निकल आती है।
नासूर तथा अन्य फोड़े –
यदि लाजवन्ती की जड़ को पानी में घिस कर फोड़े-फुन्सियों तथा नासूर पर लगाएं तो यह सब ठीक हो जाते हैं।
बवासीर को भगाएं –
इसकी जड़ को कूट-पीसकर उसमें पानी मिलाकर मरहम तैयार करके बवासीर के मस्से पर लगाने से मस्से झड़ जाते हैं।
आतशक कोढ़ को भी ठीक करें –
आतशक जैसे भयंकर रोग को भी इसकी जड़ को मरहम बनाकर लगाने से ठीक किया जा सकता है।