
लता कस्तुरी के फायदे
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लता कस्तुरी के फायदे – इसे इंग्लिश में “Musk Mallow” और “Ambrette” कहा जाता है
दक्षिण भारत में पैदा होने वाली बूटी, इसके फल लम्बे तथा कांटेदार होते हैं।
लता कस्तूरी के बहुत सारे फायदे होते हैं आई इन फायदों के बारे में एक-एक करके जाने का प्रयास करें –
मिरगी हिस्टीरिया रोगों को भगाए –
मिरगी रोगी तथा आम बेहोशी के दौरे पड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को उसके पत्ते का रस सुघा दें अथवा एक-एक बूंद नाक में डाल दें, लाभ होगा।
सुजाक रोग भागे –
सुजाक रोगियों को इन पत्तों का रस निकालकर देने से यह रोग ठीक हो जाता है।
काली खांसी के लिए –
यदि किसी को काली खांसी हो तो लता कस्तूरी के बीच का चूर्ण बनाकर उसे शहद के साथ लिया जाए तो काली खांसी जल्द ही ठीक हो जाती है।
बुखार को ठीक करने में –
लता कस्तूरी के पत्तों के रस को पिलाने से बुखार जल्द ही उतर जाता है ।
दमा का दौरा ठीक करने में –
10 ग्राम लता कस्तूरी के बीज के चर्ण को खिलाने से दमा का दौरा ठीक हो जाता है।
सर्दी जुकाम के लिए –
लता कस्तूरी का चूर्ण सर्दी-जुकाम को ठीक करने के लिए बहुत फायदेमंद होता है ।
रवेद चीनी
रवेद चीनी – रवेद चीनी को इंग्लिश “Rheum Emodi” और “Rhubarb” में कहा जता हैं
यह कोई पौधा नहीं बल्कि एक पौधे की जड़ होती है, उस पौधे का नाम भी इसी जड़ के नाम पर रखा गया है।
इसे किसी विशेष रोग में तो अकेले काम में नहीं लाया जाता, परन्तु कुछ अन्य बूटियों के साथ मिलाकर इसे काम में लाया जाता है।