
जामुन खाने के फायदे
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जामुन खाने के फायदे
खूनी दस्त-
जामुन की गुठली बारीक करके चार चार ग्राम सुबह-शाम 100 ग्राम ताजे पानी से लें।
20 दिन खायें खूनी दस्त को बहुत फायदा करता है।
माहवारी के लिए-
जामुन की हरी ताजा छाल 20 ग्राम पानी में रगड़ छान कर सुबह-शाम पिलाने से माहवारी का खून ज्यादा आने को कम करने में मदद करता है।
लिकोरिया-
जामुन की हरी ताजा छाल छाया में सुखाकर बारीक करके 4-4 ग्राम सुबह शाम बकरी या गाय के दूध के साथ लें।
औरतों के प्रदर रोग को फायदा करता है।
दांतों के लिए-
जामुन की हरी छाल बारीक करके मंजन की तरह मलने से दांतों की सब बीमारियों के लिए बहुत अच्छा है।
पायरिया के लिए भी अच्छा है।
मोटा होना-दो केले ऊपर से दो सौ पचास ग्राम दूध दो महीने तक पियें। मोटे हो जाओगे।
अगर अफारा करें तो न खायें।
बाकुची
यह एक जंगली पौधा है जो आम जंगलों में पाया जाता है। इसका जीवन वर्षा पर निर्भर है।
चर्म रोगों में इसकी जड़ एवं बाहरी प्रयोग खिन्न कन्डूपामा, गाजचर्म तथा अन्य चर्म रोगों तथा शोध युक्त विकारों में किया जाता है।
श्वेत कुष्ठ के लिए बावदी 100 ग्राम की 2 किलो गौमूत्र में मिला कर अच्छी तरह से पीस लें।
फिर इसका लेप रोग वाले स्थान पर करें।
इससे एक मास के समय में रोगी ठीक हो जायेगा।
आंवला, कत्था, इन दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर उसी के हिसाब से पानी डालकर आग पर पकाकर उसका काढ़ा तैयार करें।
इस काढे का एक चम्मच बाकुचा के चूर्ण के साथ कोढ़ रोगी को सेवन करवाने से कुछ दिनों में लाभ होगा।