
आंवला खाने के फायदे
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आंवला खाने के फायदे –
यद्यपि आंवले को न पूरी तरह फल माना जा सकता है और न सब्जी, लेकिन गुणों में यह दोनों से कई गुना बढ़कर है।
यह प्रकृति की एक ऐसी अनुपम देन है जो सर्दियों से हर छोटे-बड़े की जुबान पर चढ़ी है।
आयुर्वेद में आंवले को ऐसी रामबाण औषधि माना गया है, जिसका प्रयोग लगभग सभी रोगों के उपचार में होता है।
अंग्रेजी में आंवले को मायरेबालन और लेटिन में एम्बलिका ऑफिसिनेलिए कहा जाता है।
इसमें विटामिन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है।
इसके नियमित सेवन से वे बीमारियां शरीर में फटकती भी नहीं हैं, जो विटामिन सी की कमी के कारण पैदा हो सकती हैं।
हृदय और मस्तिष्क रोग से लेकर रक्त चाप तथा गुर्दे, यकृत और आंतों की बीमारियों में आंवला अत्यन्त लाभदायक है।
आंखों, दांत-मसूढ़ों और हड्डियों की छोटी-बड़ी बीमारियों तथा चर्म रोगों के इलाज में इसका प्रयोग काफी मात्रा में होता है।
आंवला रंग, रूप और आकार में जितना सुन्दर और अनूठा है, स्वाद में भी उतना ही लाजवाब और बेजोड़ है।
खट्टे-मीठे और कसैले स्वाद के कारण इसे यूं ही खाना तो आसान नहींीं है।
लेकिन इसका रस निकालकर आप पी सकते हैं,, सुखाकर चूर्ण बनाकर शहद या पानी के साथ ले सकते हैं, या फिर स्वादिष्ट चटनी, अचार, शर्बत या मुरब्बा बनाकर इसका उपयोग कर सकते हैं।
सर्दियों में च्यवनप्राश का सेवन करने वाले लोग इसके फायदों से पूरी तरह वाकिफ हैं।
डिहाइड्रेशन को दूर करें –
गर्मियों में आंवले का शर्बत अमृत का काम करता है। इसे नियमित रूप से पीने से लू लगने या शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) होने का खतरा नहीं रहता।
कब्ज या अजीर्ण की बीमारी से छुटकारा पाने में तो आंवला किसी दिव्यास्त्र से कम नहीं माना जाता।
आंवले का चूर्ण अकेले ही अथवा हरड़ और बहेड़ा के साथ (त्रिफला चूर्ण) लेने से कितना ही पुराना कब्ज हो या अजीर्ण हो, तुरन्त ही भाग जाता है।
आंखों के लिए लाभकारी –
आंवले का सेवन आंखों के लिए भी अत्यन्त लाभकारी है। इसके अलावा आंवले के चूर्ण अथवा त्रिफला (हरड़, बहेड़ा, आंवला) चूर्ण को पानी में भिगोकर छने हुए पानी से आंखें धोने से इन्हें काफी ठंडक और आराम मिलता है।
इससे आंखों साफ हो जाती हैं और इनकी ज्योति बढ़ जाती है।
मधुमेह से छुटकारा –
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान तो अब मधुमेह और दूसरी कई असाध्य बीमारियों के इलाज में आंवले की ताकत का लोहा मानने लगा है।
यही कारण है कि इसके चिकित्सकीय गुणों पर देश-विदेश में बड़े-पैमाने पर अनुसंधान हो रहा है।
त्वचा के लिए लाभदायक –
स्वास्थ्यवर्धक और शक्तिवर्धक होने के साथ-साथ आंवला सौन्दर्यवध कि भी है।
इसी वजह से सौन्दर्य प्रसाधनों में इसका प्रयोग बहुतायत से हो रहा है।
एक तरफ आंवले के केश-तेल का प्रयोग बालों को काले, घने और रेशे जैसे मुलायम बनाने के लिए हो रहा है तो दूसरी तरफ इसकी क्रीम चेहरे से कील मुहांसों, झुर्रियों और झाइयों को हराने में प्रयुक्त हो रही है।
त्वचा की कोमलता और प्राकृतिक चमक बनाये रखने के लिए आंवले के लेप या उबटन का प्रयोग सैकड़ों सालों से होता आया है।
आंवला के कुछ अन्य फायदे –
- • आंवला वृक्ष की छाल चौबीस घंटे पानी में भिगोंये। उसके बाद पानी को छान फैली योनि को रोज उसी से धोयें तो वह टाईट हो जाये।
- • सूखे आंवले के चूर्ण 6 ग्राम रोज गाय के दूध के साथ खाने से मर्द का वीर्य शक्तिशाली बनता है। शरीर में शक्ति आ जाती है रक्त शुद्ध होता है तथा वीर्य विकारों जैसे-स्वप्नदोष, शीघ्रपतन आदि का शमन होता है।
- • ताजे आंवलों के रस को शहद में मिलाकर तीन दिन तक सेवन करने से पेट और आंतों के छाले ठीक हो जाते हैं। खुराक 2 चम्मच।
- • सूखा आंवला दो माशा, मुलहठी दो माशा बारीक करके दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लेने पर बलगम साफ हो जाता है।
- • गर्मियों में चक्कर आते हों, जी घबराता हो, तो आंवले का शर्बत पिवें।
- • ल्यूकोरिया में आंवला 3 ग्राम बारीक करके 6 ग्राम शहद में मिला कर दिन में एक बार 15 दिन तक खायें।
- • जिन आदमियों का दिल बहुत धड़कता हो, 50 ग्राम आंवले के मुरब्बे पर चांदी के वर्क लगा कर सुबह निह। मुंह 20 दिन खायें। बहुत फायदा करता है।
आंवले का वृक्ष –
कुल मिलाकर आंवला गुणों की एक ऐसी खान है जो हमें सस्ते में और सुलभता से हाथ लगी हुई है।
इस खान को आप कैसे और कितना उपयोग कर पाते हैं यह आप पर निर्भर है।
कृषि वैज्ञानिकों ने निरंतर अनुसंधान से आपके लिए आंवले की कई उन्नत किस्में भी तैयार की हैं।
इनमें से हाल में ही विकसित की गई नीलम, अमृत, कृष्णा और कंचन किस्में प्रमुख हैं।
इन्हें अनुपजाऊ भूमि या मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
इन किस्मों के आंवले को आप ज्यादा समय तक सुरक्षित रख सकते हैं।
उपयोग और गुणों में तो ये दूसरी किस्मों से बढ़-चढ़कर हैं ही।
इन्हें आप चाहें तो अपने घर आंगन में उगाकर आरोग्य के वृक्ष को कुछ ही वर्षों के भीतर अपने घर में फलीभूत होते हुए भी देख सकते हैं।